नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की कुन्नूर के पास नीलगिरि की पहाड़ियों में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई हैं। इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सभी सवार14 लोगों में से 13 की मौत हो गई। मृतकों में सेना के कई वरिष्ठ अफसरों के अलावा उनकी पत्नी मधूलिका रावत भी शामिल हैं। वायुसेना की तरफ से जारी एक ट्वीट में ये जानकारी दी गई है। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराने का बात की जा रही है।
हादसे के शिकार इस एमआई-17 श्रेणी के हेलीकॉप्टर में कुल 14 लोग सवार थे जिसमें सेना के अधिकारियों के अलावा जनरल रावत की पत्नी मधूलिका रावत भी थीं। हादसे में 11 लोगों की मौत की पुष्टि शुरुवाती दौर में ही कर दी गई थी। हादसे में तीन घायलों को वेलिंगटन के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाने की तैयारी थी।
घटना की जानकारी मिलते ही संसद भवन परिसर में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य मंत्रियों ने सुरक्षा मामले पर बैठक की जिसमें एनएसए अजीत डोभाल भी मौजूद रहे। इस दौरान, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को घटना की जानकारी भी दी। बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारियों की एक बैठक भी हुई। बताया गया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद स्थिति की निगरानी कर रहे है। हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
ऐसी सूचना है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कल संसद में इस हादसे के बारे में बयान देने वाले थे।
रक्षामंत्री जनरल रावत के घर गए
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह वस्तुस्थिति की जानकारी देने खुद जनरल बिपिन रावत के घर गए। उन्होंने जनरल रावत की बेटियों से मुलाकात की और उन्हें ताजा स्थिति से अवगत कराया।
अफवाहों और आशंकाओं के बीच प्रार्थनाओं का दौर जारी था
सोशल मीडिया पर जनरल बिपिन रावत को लेकर चर्चाओं का दौर जारी रहा। तमाम केंद्रीय मंत्रियों समेत विपक्षी नेताओं ने ट्वीट करके जनरल रावत के निधन पर दुख जताया है। हादसे के बाद से ही सोशल मीडिया पर जनरल रावत को लेकर कई तरह की आशंकाएं भी व्यक्त की जा रही थी। कुछ अफवाहें भी सामने आई लेकिन सभी को सरकार की तरफ से आधिकारिक बयान का इंतजार था।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया