नई दिल्ली, 03 सितंबर (गणतंत्र भारत के लिए सुरेश उपाध्याय) : देश में पहली बार अपनी तरह की एक अनोखी सेंक्चुरी बनने जा रही है। ये ‘डार्क स्काई सेंक्चुरी’ लद्दाख के हानले में अगले तीन महीने के अंदर वजूद में आ जाएगी। इसमें सैलानियों को ग्रहों, नक्षत्रों और तारों के रहस्यों से रूबरू कराया जाएगा। साइंस एंड टेक्नॉलजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि ये सेंक्चुरी एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने में खासी मददगार साबित होगी।
ये सेंक्चुरी, चांगथांग वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी का एक हिस्सा होगी । हानले में भारत ने दुनिया में सबसे ज्यादा ऊंचाई पर टेलिस्कोप लगाया है। यहां ऑप्टिकल, गामा रे और इंफ्रा रे टेलिस्कोप के जरिए लोगों को अंतरिक्ष के नजारे दिखाए जाएंगे। हानले में जो पहला टेलिस्कोप लगाया गया, वह गामा किरणों के उत्सर्जन का पता लगाने और उसके जरिए अंतरिक्ष के राज जानने के लिए लगाया गया।
इसको ‘मेजर एटमॉसफेरिक चेरेनकोव एक्सपेरिमेंट टेलिस्कोप (मेस) नाम दिया गया है। इसका निर्माण भाभा एटमिक रिसर्च सेंटर और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. ने किया है। इसका डायमीटर 21 मीटर है और ऊंचाई 45 मीटर है। ये 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज हवाओं का सामना कर सकता है। इस कैटिगरी में इससे बड़ा टेलिस्कोप फिलहाल नामिबिया में है और इसका डायमीटर 28 मीटर है।
जितेंद्र सिंह का कहना है कि भारत के साथ ही दुनिया में ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है, जो अंतरिक्ष के राज जानने में खासी रुचि रखते हैं। इससे देश में एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और लद्दाख के लोगों की इनकम बढ़ेगी। हानले लद्दाख का सबसे ठंडा रेगिस्तानी इलाका है और यहां प्रकाश प्रदूषण के साथ ही बेवजह की इंसानी गतिविधियां भी नहीं है। ऐसे में ये क्षेत्र नाइट स्काई सेंक्चुरी के लिए उपयुक्त पाया गया है।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया