मुंबई ( गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : आर्यन खान ड्रग केस में कोई दम हो या न हो लेकिन उस केस के बहाने महाराष्ट्र की राजनीति में ड्रग के धंधे की कितनी गहरी घुसपैठ है ये बात जरूर सतह पर आ रही है। रोज नई-नई बातें सामने आ रही हैं। घटना के राजनीतिक मायने हैं ये बात तो उसी दिन समझ में आ गई थी जब किरण गोसावी की तस्वीर आर्यन खान के साथ दिखाई दी थी। गोसावी की बीजेपी से निकटता और फिर गोसावी के साथ समीर वानखेड़े की नजदीकी के कारण इस पर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई। एनसीपी नेता नवाब मलिक और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आमने-सामने आ गए। आरोप-प्रत्यारोप का ऐसा दौर शुरू हुआ कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर फिर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने नोटबंदी के दौरान नकली नोटों के मामलों को दबा दिया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद देश भर में जाली नोट पकड़े जाने लगे थे लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में एक भी जाली नोट का मामला सामने नहीं आया क्योंकि देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोटो का खेल चल रहा था।
इसके बाद जब 8 अक्टूबर 2017 को बीकेसी पर छापा मारा गया था तब 14.56 करोड़ रुपए ज़ब्त किए गए थे। तब भी फडणवीस ने इसे छुपाने का काम किया था। नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने बड़े-बड़े अपराधियों और माफ़ियाओं को अलग-अलग बोर्ड का अध्यक्ष बनाया।
नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में मुंबई में वसूली और उगाही का काम हुआ। उन्होंने अपराधी लोगों को सरकारी पदों पर बैठाया। जाली नोटों का नेक्सस, उगाही का धंधा करवाया. ये सारा काम उनके संरक्षण में हुआ।
रियाज़ भाटी और देवेंद्र फडणवीस के संबंधों को लेकर भी नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि रियाज़ भाटी लगातार दाउद के साथ संबंध में रहा और वो पीएम के कार्यक्रम तक में पहुंच जाता है ऐसे में ये तो तय है कि उनके सिर पर किसी ना किसी का हाथ है।
फडणवीस ने मलिक पर क्या लगाए थे आरोप
इससे एक दिन पहले, देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर मुंबई धमाकों के अभियुक्त सरदार शाहवाली और सलीम पटेल से जमीन खरीदने का आरोप लगाया था। फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक ने सिर्फ 30 लाख रुपए में करोड़ों रुपयों की ज़मीन खरीदी। उनका दावा था कि नवाब मलिक ने साल 1993 में हुए बम धमाकों के अभियुक्त सरदार शाह वली खान के जरिए एलबीएस रोड पर ज़मीन खरीदी है। फडणवीस का कहना था कि एलबीएस रोड पर ये जमीन सॉलिडस नाम की कंपनी के नाम रजिस्टर्ड है और इसकी कीमत करोड़ों में है।
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