पटना (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : देश में उत्पादित मखाना अगर आपको यूरोप और अमेरिका में खाने को मिल जाए तो आश्चर्य मत कीजिएगा। मखाना उत्पादन एवं उद्योग को प्रोत्साहन देने के लिए बिहार के मिथिलांचल, कोशी एवं सीमांचल परिक्षेत्र में भारत सरकार विशेष प्रयास कर रही है। इस सिलसिले में भारत सरकार की संस्था नेफेड और सहकारी संगठन अतुल्यम मल्टी स्टेट मल्टी परपज़ कोऑपरेटिव सोसायटी के बीच एक समझौते पर हसस्ताक्षर किए गए। अतुल्यम गत आठ वर्षों से मखाना किसानों के हित में लगातार सक्रिय प्रयास कर रहा है।
भारत सरकार के सहकारिता , कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की कल्याणकारी नीतियों एवं प्रोत्साहन का लाभ बिहार के मखाना किसानों को दिलाने के लिए पहली बार नेफेड एवं अतुल्यम ने एक वृहत कार्य योजना बनाई है। योजना के तहत, सीधे मखाना उत्पादक किसानों से मखाना की खरीद, किसानों की फसल के भंडारण की सुविधा, उनके लिए उन्नत किस्म के बीज और खाद की उपलब्धता, मखाना प्रसंस्करण एवं उसके लिए बाजार उपलब्ध कराना एवं मखाने की खेती से लेकर उसे तैयार करने के काम में लगे हुए लोगो की उत्पादकता तथा कौशल में बढोतरी के लिए प्रयास जैसे कार्य शामिल है।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अतुल्यम के साथ मिल कर नेफेड ने नई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में फ्लवर्ड मखाने के 25 तरह के स्वाद वाले उत्पादों को सहकारिता मंत्रालय, नेफेड एवं अतुल्यम के संयुक्त पवेलियन में लांच किया। ये देश में किसी भी खाद्य उत्पाद का सबसे बड़ा रेंज है और जल्द ही इसे आम भारतीयों के लिए देश के कोने-कोने में उपलब्ध कराया जाएगा।
भारत सरकार की इस पहल से निश्चित रूप से मखाना उत्पादक किसानों एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र से जुड़े हजारो लोगों को रोजगार एवं व्यापार के नए-नए अवसर उपलव्ध होंगे और साथ ही साथ किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। अतुल्यम के चेयरमैन बिनोद आशीष ने बताया कि अतुल्यम का एक ही उद्देश्य है कि महाराष्ट्र ,गुजरात एवं दक्षिण के राज्यों की तरह बिहार के किसानों का भी भला हो सके। उन्होंने कहा कि, ये तभी संभव हो सकेगा जब भारत सरकार की किसान कल्याण योजनाओं का लाभ सभी किसानों को मिल सके। इस कार्य में केंद्र और राज्य सरकार के साथ- साथ सहकारी संगठनों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। विनोद आशीष ने कहा कि, नेफेड और अतुल्यम के संयुक्त प्रयास से बिहार के किसान भी सहकारिता मंत्रालय के सहयोग से अग्रिम पंक्ति में खड़े होंगे, क्योंकि सहकारिता आंदोलन में बिहार हमेशा अग्रणी रहा है।
बिनोद आशीष ने बताया कि, सबसे महत्वपूर्ण उपलव्धि ये है कि बिहार में पहली बार नेफेड ने आधिकारिक तौर पर किसी भी किसान सहकारी संगठन के साथ मखाना खरीद एवं उसके उत्पादों के बड़े स्तर पर विपणन का अनुबंध किया है। इसे भविष्य में मखाना के अलावा दूसरे कृषि उत्पादों की खरीद तक विस्तार दिया जाएगा। किसान से खरीदे गए मखाने की बिक्री नेफेड स्वयं एवं अन्य माध्यम से भी करेगा और उससे मिले मुनाफे को अतुल्यम के माध्यम से किसानों को वापस कर दिया जाएगा। इससे किसानों को कहीं ज्यादा लाभ हासिल हो सकेगा।
इतना ही नहीं, नेफेड और अतुल्यम मिलकर बिहार के पूर्णिया जिले में राज्य की पहली किसान ई मंडी भी स्थापित करेंगे जो बिहार के किसानों को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर बाजार उपलव्ध कराने में मददगार साबित होगी।