उदगम चैरिटेबल ट्रस्ट 25 वर्षों से गुजरात में सामाजिक क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है और अब पूरे भारत में अपना काम बढ़ा रहा है। गुजरात में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, बाल एवं महिला विकास के लिए लगातार कार्य कर रहा है।
400 वर्षों की गुलामी के बाद 1975 में पुर्तगाली शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बावजूद, मोज़ाम्बिक अपेक्षाकृत अविकसित देश बना हुआ है। देश की अर्थव्यवस्था कृषि, खाद्य विनिर्माण, रसायन, प्राकृतिक गैस और पर्यटन पर निर्भर करती है। मोजाम्बिक दुनिया के सबसे पिछड़े और गरीब देशों में से एक है और मानव विकास के मामले में अन्य देशों से काफी पीछे है। मोजाम्बिक को एक विकासशील देश बनाने के लिए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी मात्रा में वित्तीय सहायता के साथ-साथ अन्य सहायता भी प्रदान कर रहे हैं।
मोजाम्बिक चैंबर ऑफ कॉमर्स ने वाइब्रेंट गुजरात 2024 में तीन समझौता करार पर हस्ताक्षर किए। महिलाओं और युवाओं के बीच आर्थिक विकास के लिए उद्यमिता प्रशिक्षण के माध्यम से ग्रामीण विकास और क्लस्टर विकास का समर्थन करने के लिए उदगम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा समझौता करार किए गया।
मोजाम्बिक के उद्योग और व्यापार मंत्री शिल्वीनो अगस्टे जोस मोरेनो की उपस्थिति में वाइब्रेंट गुजरात 2024 में उदगम चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से मयुरभाई जोषी और मोजाम्बिक चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से अल्वारो मसिंगु ने मोजाम्बिक में युवा कौशल विकास और क्लस्टर विकास परियोजना के लिए एक समझौता करार पर हस्ताक्षर किए। मोजाम्बिक चैंबर ऑफ कॉमर्स के भारत प्रमुख डॉ. उमेश मेनन भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मोजाम्बिक देश के विभिन्न उच्चा अधिकारी मोजाम्बिक निवेश एवं निर्यात संवर्धन एजेंसी के महानिदेशक गिल बायर्स, कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय निदेशक जैमे रॉबर्टो चिसिको, नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख डेमियो विक्टर नामुएरा उपस्थित थे। खनिज संसाधन एवं ऊर्जा एवं एच.ई. परिवहन एवं संचार मंत्रालय के राष्ट्रीय निदेशक फर्नांडो ओना आदि उपस्थित थे।
शाम को मोजाम्बिक के राष्ट्रपति श्री फिलिप न्यूसी द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भाग लेने के साथ उदगम चेरिटेबल ट्रस्ट केमेनेजिंग ट्रस्टी डॉ. मयुरभाई जोषीने मोजाम्बिक के विकास में एमओयू के माध्यम से योगदान का प्रतिबद्धता जाहिर की थी ।