Homeपरिदृश्यटॉप स्टोरीचीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुस कर युवक का अपहरण किया

चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुस कर युवक का अपहरण किया

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नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क और समाचार एजेंसी) :  अरुणाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद तापिर गाओ ने कहा है कि, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने राज्य में भारतीय क्षेत्र के अपर सियांग जिले से एक 17  वर्षीय किशोर मिराम तरोन का अपहरण कर लिया है। उन्होंने बताया कि चीनी सेना ने सियुंगला क्षेत्र के लुंगता जोर इलाके से किशोर का अपहरण किया है। गाओ ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है वो जल्द से जल्द किशोर की रिहाई सुनिश्चित करे और चीन से इस बारे में बात करे।

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, गाओ ने ये भी कहा कि उन्होंने इस घटना के बारे में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नीसिथ प्रमाणिक को सूचित किया है और उनसे इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को टैग किया है।

सांसद ने लोअर सुबनसिरी जिले के जिला मुख्यालय जीरो से समाचार एजेंसी पीटीआई को बताय़ा कि पीएलए से बचकर भागने में कामयाब रहे तरोन के मित्र जॉनी यइयिंग ने स्थानीय अधिकारियों को अपहरण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों किशोर जिडो गांव के रहने वाले हैं। सांसद ने कहा कि ये घटना उस स्थान के पास हुई, जहां त्सांगपो नदी भारत (अरुणाचल प्रदेश) में प्रवेश करती है। त्सांगपो को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है। बीजेपी सांसद गाओ ने पहले 18  जनवरी को ट्वीट के जरिए किशोर के अपहरण के बारे में जानकारी साझा की थी। उन्होंने ट्वीट के साथ अपहृत किशोर की तस्वीर साझा की और कहा कि, भारत सरकार की सभी एजेंसियों से किशोर की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने का अनुरोध है।

बीजेपी सांसद ने अपने ट्वीट में उस क्षेत्र के बारे में जानकारी भी दी है, जहां ये घटना हुई है। उनके अनुसार, अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में सियुंगला क्षेत्र (बिशिंग गांव) के तहत आने लुंगता जोर क्षेत्र में ये घटना घटी है। इस क्षेत्र में चीन ने 2018  में भारत के अंदर 3 से 4 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर लिया था। भारत लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक चीन के साथ 3400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी ) को साझा करता है।

पिछले साल, सितंबर में पीएलए ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों को अगवा कर लिया था और लगभग एक हफ्ते के बाद उन्हें रिहा कर दिया था। इससे पहले, मार्च 2020 में ही 21 वर्षीय युवक तोगली सिनकम को पीएलए ने मैकमहोन रेखा के नजदीक असापिला सेक्टर में पकड़ लिया था।  उसके दो दोस्त बचकर भागने में कामयाब हो गए थे। 19 दिनों बाद पीएलए ने उस युवक को भी रिहा कर दिया था।

आपको बता दें कि, पिछले महीने दिसंबर 2021 में चीन ने अरुणाचल प्रदेश में 15 स्थानों के लिए चीनी अक्षरों,  तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की थी। चीन लगातार दावा कर रहा है  कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है और इस लिहाज से ये उसका भू क्षेत्र है। भारत सरकार ने हमेशा चीन के इस दावे को खारिज किया है और कहा है कि, अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा।

राहुल गांधी ने सवाल उठाया

इस बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि, गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले भारत के एक भाग्य विधाता का चीन ने अपहरण किया है। हम मिराम तरोन के परिवार के साथ हैं और उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, हार नहीं मानेंगे। प्रधानमंत्री की बुजदिल चुप्पी ही उनका बयान है। उन्हें फर्क नहीं पड़ता।

फोटो सौजन्य-सोशल मीडिया

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