कोहिमा (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षा बलों की फायरिंग में 13 आम लोगों की मौत की खबर है। असम रायफल्स के जवानों ने माओवादी होने के शक में ट्रक सवारों पर फायरिंग की। फायरिंग में आम नागरिकों की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने सेना पर हमला कर दिया। इस दौरान सेना की फायरिंग में भी कई लोग मारे गए। सेना के एक जवान की भी हमले में मौत हो गई। सेना वे वाकये पर खेद जताया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक ट्वीट में दुख जताते हुए कहा है कि त्तकाल मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
नगालैंड के मोन जिले में ये घटना चार दिसंबर की रात हुई। अंग्रेजी अखबार द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार मोन जिले के ओटिंग गांव के पास सुरक्षाबल उग्रवादियों के खिलाफ शनिवार रात को ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान एक ट्रक वहां से गुजरा जिसमें स्थानीय लोग सवार थे। सुरक्षाबलों ने उग्रवादी होने के शक में ट्रक पर फायरिंग कर दी जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इसके बाद सुरक्षाबलो ने फिर फायरिंग की जिसमें सात और स्थानीय लोगों की मौत हो गई। हिंसा में सुरक्षाबलों के एक जवान की भी मौत हो गई जबकि तीन घायल हो गए।
सुरक्षाबरों का स्पष्टीकरण और खेद
घटना के बाद असम रायफल्स ने सफाई देते हुए खेद जताया है। असम रायफल्स ने एक बयान जारी कर कहा है कि, पुख्ता इंटेलिजेंस के आधार पर उग्रवादियों के मूवमेंट को देखते हए मोन जिले के तिरु में एक ऑपरेशन प्लान किया गया था। एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वॉयरी के जरिए लोगों की मौत की जांच की जा रही है। मामले में उचित कार्रवाई होगी। इस घटना में सुरक्षाबलों के कई लोग घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हुई। घटना और उसके बाद हुई प्रतिक्रिया पर हम खेद व्यक्त करते हैं।
शाह और रियो ने दुख जताया
गृह मंत्री अमित शाह ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए दुख जताया है। गृहमंत्री ने एक ट्वीट में कहा है कि, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं, मैं मृतकों के परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा बनाई गई उच्च स्तरीय एसआईटी पीड़ित परिवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी। नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने भी घटना के बारे में ट्वीट करते हुए कहा है कि, मोन के ओटिंग में आम नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पूरी तरह से निंदनीय है। मृतकों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं और घायल लोगों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं। एक उच्च स्तरीय एसआईटी मामले की जांच करेगी और कानून के हिसाब से मामले में न्याय होगा। हम वर्गों से शांति की अपील करते हैं।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया