पुणे (प्रेस रिलीज़ ) : भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के कार्यों और उनके जीवन के संदर्भ में लोगों को जानकारी देने के उद्देश्य से तथा उनकी 125 वीं जयंती राष्ट्रीय स्तर पर धूमधाम से मनाने के लिए `मैं भी सुभाष` अभियान की शुरुआत की गई। जानकारी से भरपूर इस अभियान को लेह, कोलकाता और मुंबई से एक साथ शुरुआत किया गया। इस अभियान के तहत निकाली गई यात्रा हाल ही में पुणे पहुंची।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस आईएनए ट्रस्ट की ओर से ये अभियान शुरू किया गया है और केंद्रीय सांस्कृतिक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से अभियान को समर्थन और प्रोत्साहन दिया जा रहा है। अभियान के तहत कोल्हापुर से चलती-फिरती प्रदर्शनी शुरुआत हो चुकी है। हाल ही में ये प्रदर्शनी पुणे पहुंची। अंदमान और निकोबार द्वीपों पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस द्वारा तिरंगा फहराने तथा वहां के द्वीपों को शहीद और स्वराज नाम जिस दिन दिलाया गया उस दिन के अवसर पर ये प्रदर्शनी पुणे में आयोजित की गई।
कोथरुड के गांधी भवन मार्ग पर पूना स्कूल एंड होम फॉर ब्लाइंड गर्ल्स में इस प्रदर्शनी का उत्साह के साथ स्वागत किया गया। इस प्रोग्राम में प्रमुख अतिथि मशहूर लेखिका, वक्ता तथा सोशल मीडिया पर सक्रिय श्रीमती शेफाली वैद्य थीं। इस अवसर पर पूना स्कूल एंड होम फॉर द ब्लाइंड गर्ल्स की प्रधान अध्यापिका श्रीमती जयश्री आनंद थत्ते भी उपस्थित थी।
इस प्रदर्शनी में दिव्यांग बच्चों के लिए ब्रेल लिपी में पढ़ने के लिए विशेष प्रबंध किया गया था। छात्रों ने जमकर प्रदर्शनी का लाभ उठाया। दिव्यांग छात्रों के लिए इस तरह के प्रोग्राम की काफी आवश्यकता होने की बात पर उपस्थित अतिथियों ने बल दिया।
प्रदर्शनी में नेताजी के जीवन की आठ प्रमुख घटनाओं को वर्णित किया गया है। ब्रेल लिपी में होने के चलते बच्चों को नेताजी के जीवन कार्य को पढ़ने में मदद मिली। इस प्रदर्शनी में मोबाइल पर डिस्प्ले और प्रतिमाओं के माध्यम से नेताजी के जीवन कार्य पर प्रकाश डाला गया।
तीन अलग-अलग वाहनों पर स्थापित इस प्रदर्शनी की मुख्य संकल्पना चलो दिल्ली है।
नेताजी के कार्यों के प्रचार और देश के युवाओं और छात्रों में देशभक्ति की भावना जगाने के उद्देश्य से ये अभियान चलाया जा रहा है।